भरतपुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां उद्योग नगर थाने में तैनात रहे तत्कालीन थाना अधिकारी महेंद्र सिंह राठी पर एक महिला ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने और फिर हनी ट्रैप केस में फंसाकर जेल भिजवाने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने जमानत पर बाहर आने के बाद थाने में मामला दर्ज कराया है।
पीड़िता का आरोप है कि कोर्ट में पेशी के दौरान उसकी मुलाकात महेंद्र सिंह राठी से हुई थी। बातों-बातों में उसने महिला से व्हाट्सएप पर संपर्क किया और अश्लील टिप्पणियां करते हुए शादी का प्रस्ताव रखा। पीड़िता के मुताबिक, आरोपी ने उसे बस स्टैंड छोड़ने का बहाना बनाकर अपनी कार से थाने के सरकारी क्वार्टर ले जाकर जबरन दुष्कर्म किया।
महिला ने बताया कि उसने विरोध किया और चिल्लाई भी, लेकिन आरोपी ने उसका मुंह बंद कर जबरदस्ती की। बाद में आरोपी ने उसे बरसाना (उत्तर प्रदेश) के राधा रानी मंदिर ले जाकर मांग भरने की रस्म निभाई और कहा कि जल्दी ही वह उससे शादी करेगा।
कुछ समय बाद आरोपी ने सगाई का झूठा नाटक किया और 18 जनवरी 2023 को महिला के घर जाकर उसे साड़ी और अंगूठी पहनाई। महिला के पास इस सगाई के फोटो और वीडियो भी मौजूद हैं। पीड़िता ने बताया कि इसके बाद महेंद्र सिंह कई बार उसके घर आया और दबाव बनाकर संबंध बनाए।
पीड़िता का आरोप है कि एक बार उसकी बहन के साथ भी आरोपी ने धोखा किया। 15 जून 2023 को भरतपुर बुलाकर दोनों बहनों को अपने सरकारी क्वार्टर में 20 जून 2023 तक बंद रखा और इस दौरान दुष्कर्म करता रहा। बहन को अलग कमरे में बंद कर दिया जाता था।
इसके बाद आरोपी का तबादला कुम्हेर थाने पर हो गया, जहां उसने फिर से महिला को बुलाया और थाने के पीछे स्थित क्वार्टर में दुबारा दुष्कर्म किया। आरोपी ने महिला से शादी की बात कहकर उसके भाई-बहन के बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर कराए और बाद में उन पैसों को निकालने के लिए कहा।
जब शादी की तारीख पास आई और महिला ने पूछताछ की, तो आरोपी ने शादी से साफ इनकार कर दिया। यही नहीं, महिला और उसके परिजनों को हनी ट्रैप के झूठे केस में फंसाकर जेल भिजवा दिया। फरवरी 2024 में अलवर के अरावली बिहार थाने में आरोपी ने महिला पर 90 लाख रुपये की ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज करवाया था।
महिला ने जब जमानत पर जेल से रिहा होकर बाहर आई, तो उसने उद्योग नगर थाने में बलात्कार का मुकदमा दर्ज करवाया। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है, और आरोपी के खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
यह मामला कानून व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।
