भरतपुर (यशपाल सोलंकी) – शतायू समाजवादी विचारक और भरतपुर के पूर्व सांसद तथा वैर से दो बार रहे विधायक पंडित रामकिशन और भरतपुर के किसान नेता इन्दल सिंह जाट का शनिवार को ग्राम मूड़िया साद में नागरिक अभिनंदन और स्वागत किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मौजूद गणमान्य नागरिकों ने साफा और मालाऐं पहनाकर स्वागत किया। पूर्व सांसद पंड़ित रामकिशन का यह वर्ष उनके जीवन का सौवाँ वर्ष चल रहा है। जनसभा में भरतपुर के पूर्व सांसद पंड़ित रामकिशन ने कहा कि समाज को महापुरुषों के जीवन से शिक्षा लेनी चाहिये । शताब्दी पुरुष पंड़ित रामकिशन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2014 में देश की जनता से चुनावों में जो वायदे किये थे वो आज भी अधूरे है, केन्द्र सरकार अगर कालेधन को भी देश में ले आये तो विकास पाँच साल के अन्दर ही हो जायेगा। नौजवानों से किये प्रतिवर्ष दो करोड़ नौजवानों को रोजगार का वायदा भी पूरा नहीं किया। पूर्व सांसद ने कहा की जीएसटी लागू होने के बाद मध्यम और गरीब परिवारों को भारी नुकसान हुआ है, पहले टैक्स अमीरों पर लगता था आज गरीब आदमी को भी हर चींज को बाजार से खरीदने पर टैम्स देना पड़ रहा है जबकि सरकार अमीरों को टैक्सों में छूट देती जा रही है, गरीब आदमी मंहगाई से परेशान है। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी से देश में भारी बेरोजगारी बढ़ेगी , केन्द्र सरकार को इसे लागू करने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिये और पहले इसके लाभ हानी पर विचार करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि ऐआई के बाद मनुष्य की क्या उपयोगिता होगी यह सवाल भी अहम हो जायेगा। उन्होंने कहा कि देश में 157 खरबपतियों की सम्पत्ति देश की कुल 22 % आवादी की सम्पत्ति के बराबर पहुँच गई है जिससे आर्थिक गैरबराबरी बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि देश भर में किसान आन्दोलन कर रहे है लेकिन सरकारें किसानों की आबाज नहीं सुन रही है। पूर्व सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री भष्ट्राचारियों को भाजपा में शामिल करके भ्रष्ट्राचार को बढ़ाबा दे रहे है। भ्रष्ट्राचार के मामले में गत वर्ष दुनिया के 180 देशो की गणना में भारत का स्थान 163 वे नम्बर पर था जो इस वर्ष बढ़ कर 166 वे स्थान पर पहुँच गया है यानी हमारा देश भ्रष्ट्राचार में लगातार प्रगती कर रहा है। उन्होंने कहा कि जहाँ किसान एमएसपी और कर्जा माँफी की माँग को लेकर संघर्ष कर रहे है जबकि केन्द्र सरकार ने 16 लाख करोड़ का उद्योगपतियों का कर्जा माफ किया है। उन्होंने कहा कि सरकार कह रही हैं कि गरीबी कम हुई है तो फिर आयकर दाताओं की भी तो संख्या बढ़नी चाहिय केबल एक प्रतिशत लोग है आयकर दे रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार को आयकर का दायरा बढ़ाकर उनसे मिलने बाले कर की धनराशी को मौसम परिवर्तनों से खेती पर पड़ने बाले विपरित प्रभावों के शोधकार्यो पर खर्च करना चाहिये। कार्यक्रम में किसान नेता इन्दल सिंह जाट ने कहा कि अन्य जिलों के मुकावले भरतपुर जिला विकास के हर मापदण्ड में लगातार पिछड़ता जा रहा है , यहाँ खेत को सिंचाई का पानी नहीं और नौजवान बेरोजगार घूम रहे है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और टीटीजेड को समाप्त करने की जरूर बताते हुऐ कहा कि एनसीआर से लाभ नहीं है उल्टे जनता को तरह तरह के टैक्सों का नुकसान भुगतना पड़ रहा है। किसान नेता इन्दल सिंह ने भरतपुर ‘ और डीग जिले में नौजवानों को रोजगार देने के लिये प्रदूषण रहित छोटे उद्योग धन्धे लगाने तथा खेती के लिये सिंचाई के पानी का प्रबंध करने की सरकार से माँग की। उन्होंने कहा कि हम वर्ष 2007 से लगातार पानी के लिये संघर्ष कर रहे है और अगर जरूरत होगी तो पानी के लिये आगे भी संघर्ष जारी रहेगा। किसान नेता इन्दल सिंह ने कहा कि पानी की योजना इआरसीपी – पीकेसी मंजूर हो गई है जिसे सरकार को जल्दि पूरा करना चाहिये। उन्होंने कहा कि वैर और भुसावर ‘ हलैना तहसीलो में पानी का गम्भीर संकट बना हुआ है लोग पैसे से पानी खरीद कर पीने को मजबूर है। वगैर पानी के खेती मंहगी होती जा रही है , खेती में किसानों को कुछ नहीं बचता और केवल खेती पर आधारित किसानों पर लगातार कर्जा बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि खाद , बीज ‘ डीजल , टेक्टर ‘ कीटनाशक के मूल्य लगातार बढ़ते जा रहे है जबकि किसान को उसके उत्पादों का लाभकारी दाम नहीं मिलते। केन्द्र सरकार को जहाँ एमएसपी को कानूनी जामा पहनाकर .खाद ‘ बीज ‘ दवाई के बढ़ते मूल्यों पर भी नियंत्रण लगाना चाहिये। देश भर में किसान लगातार आत्महत्याऐं करते चले जा रहे है केन्द्र सरकार को किसानो की समस्याओं पर गम्भीरता से कार्य करना चाहिये। किसानों ने जमीन की डीएलसी दरों को कम करने की माँग की ‘ और इसे किसानों का आर्थिक शोषण बताया। कार्यक्रम में पूर्व सरपंच सत्यभान सिंह ‘ ने कहा कि पानी के मुद्दे पर पूर्व सांसद पंड़ित रामकिशन और किसान नेता इन्दल सिंह जाट ही लम्बे समय से संघर्ष कर रहे है बाकी अन्य पार्टीयों के अधिकांश छोटे बड़े राजनेता सभी चुप्पी साधे बैठे है , ऐसे चुप रहने बाले नेताओं को भी पानी और रोजगार की लड़ाई लड़नी चाहिय। ग्राम मूड़िया साद से लोगों ने शिकायत करते हुऐ कहा कि गाँव में जल जीवन मिशन के तहत पानी की टंकी बनी थी जो आज तक सूखी पड़ी हुई है , गाँवों में लगे गहरे ट्यूबबैल भी चालू नही हुऐ है जबकि ग्रामीणों ने अनेक बार शिकायते भी की है लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं हुई। समूचे गाँवों पानी का संकट है। ग्रामीणों ने पेयजल योजना को चालू कराने का माँग को लेकर पूर्व सांसद को ज्ञापन भी दिया। पूर्व सांसद ने कहा कि पानी की समस्या के समाधान के लिये प्रयास किये जायेंगे। ग्रामीणों ने दोनों नेताओं को बस्ती की तरफ से भरोसा दिलाया की पानी के आन्दोंलन में जब भी जरूरत पड़ेगी ग्रामवासी पूरा सहयोग करेंगे। कार्यक्रम में किसान नेता इन्दल सिंह जाट ‘ पूर्व सरपंच सत्यभान सिंह ‘ महेन्द्र सिंह ठेकेदार ‘ वीर सिंह चौधरी ‘ नत्यी सिंह ‘ लक्ष्मन सिंह ‘ रत्ती राम , ने अपने विचार प्रकट किये। मिटिंग की अध्यक्षता महावीर प्रसाद जैन ने की।
