रुदावल कस्बे के गूजर बलाई (बुरावई) में श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ समारोह का शुभारंभ सोमवार को भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ। कथा स्थल से शुरू हुई कलश यात्रा में बैंड बाजे और डीजे की मधुर धुनों पर श्रद्धालु झूमते नजर आए। यात्रा में सैकड़ों महिलाओं ने सिर पर कलश धारण कर भाग लिया,जिसमें भक्ती नृत्य ने माहौल को भक्तिमय बना दिया।
कलश यात्रा मुख्य मार्गों से होकर निकली तो जगह-जगह पर पुष्प वर्षा कर कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का भव्य स्वागत किया गया। लोगों ने घरों की छतों और सड़कों के किनारे से श्रद्धापूर्वक कलश यात्रा का अभिनंदन किया। उसके बाद कलश यात्रा कथा स्थल पर पहुंची। जहां विशेष पूजा अर्चना के उपरांत आचार्य श्री सागर व्यास द्वारा कलश स्थापना सम्पन्न कराई गई।
कथा के पहले दिन आचार्य सागर व्यास ने श्रीमद्भागवत कथा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत केवल एक ग्रंथ नहीं बल्कि जीवन को ईश्वर की भक्ति में रंगने की अद्भुत साधना है,उन्होंने श्रद्धालुओं को भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं और भक्ति की महिमा सुनाते हुए बताया कि कैसे मन, कर्म और वचन से भगवान का स्मरण करने वाला व्यक्ति सांसारिक बंधनों से मुक्त होकर ईश्वर की शरण में पहुंचता है। साथ ही बताया कि कथा श्रवण से मन को शांति मिलती है, पापों का नाश होता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
आयोजन प्रमुख जगदीश प्रसाद (PTI) ने बताया कि, श्रीमद्भागवत सप्ताह कथा का आयोजन 5 मई से 12 मई तक किया जा रहा है। कथा के समापन अवसर पर विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। साथ ही उन्होंने सभी आस-पास के सभी ग्रामवासियों से अनुरोध किया कि अधिक से अधिक संख्या में आकर कथा श्रवण का लाभ लें और भंडारे में सम्मिलित होकर प्रसाद ग्रहण करें।
इस मौके पर गिरधर पटेल,बच्चू सिंह, परशुराम,हिम्मत,गंगासिंह, जयसीराम, श्रीराम अध्यापक, रामरूप,सरदार पहलवान, चरणसिंह आदि उपस्थित रहे।