दैनिक खबर शेखावाटी न्यूज़ अंकुर गुप्ता – राजस्थान के भरतपुर जिले में अक्टूबर 2024 में हुए हमले में घायल हुए NSG कमांडो बबलेश कुमार (32) की इलाज के दौरान मौत हो गई। बबलेश को जमीन विवाद के चलते कुछ हमलावरों ने तीन गोलियां मारी थीं और कुल्हाड़ी से वार किया था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। भीघटना 23 अक्टूबर 2024 की है, जब बबलेश कुमार अपने भाई बंशराम के साथ अपनी जमीन की ओर जा रहे थे। उसी दौरान लक्खो, राजवीर, सुबड और उनके परिवार के अन्य सदस्यों ने उन पर हमला कर दिया। हमलावरों ने बबलेश के पैर में तीन गोलियां मारी और कुल्हाड़ी से हमला कर उन्हें बुरी तरह घायल कर दिया। इस हमले में बबलेश के भाई बंशराम भी घायल हो गए थे।
घायल अवस्था में बबलेश कुमार को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां संक्रमण बढ़ने के कारण उनका एक पैर काटना पड़ा। इसके बाद उनकी पत्नी भूरो देवी की सूचना पर सेना ने उन्हें दिल्ली के आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया।
कमांडो बबलेश कुमार का इलाज कई महीनों तक चला, लेकिन संक्रमण और लगातार बिगड़ती हालत के कारण उन्हें हाल ही में भरतपुर के आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बबलेश कुमार जम्मू-कश्मीर में NSG कमांडो के रूप में तैनात थे। वह अक्टूबर में 15 दिन की छुट्टी पर अपने गांव आए थे, लेकिन इसी दौरान उन पर हमला हो गया।
इस मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन मुख्य आरोपी राजवीर और लखन अब भी फरार हैं। बबलेश की पत्नी भूरो देवी ने IG ऑफिस में इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गुहार लगाई थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। पीड़िता का आरोप है कि दोनों आरोपी गांव में खुलेआम घूम रहे हैं और उन्हें कोई रोकने वाला नहीं है।
बबलेश कुमार ने दो साल पहले राजेंद्र नाम के व्यक्ति से चार बीघा जमीन खरीदी थी। इसी जमीन की बाउंड्री को लेकर विवाद चल रहा था, जिसके चलते उन पर हमला किया गया।
बबलेश कुमार की मौत के बाद उनके परिवार ने मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।
NSG कमांडो बबलेश कुमार की मौत एक बड़ी प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है। अगर समय पर आरोपियों की गिरफ्तारी होती और बबलेश को उचित इलाज मिलता, तो शायद उनकी जान बचाई जा सकती थी। अब देखना होगा कि प्रशासन और पुलिस इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करती है।