बल्गर के नीचे दबने से दो युवकों की दर्दनाक मौत को लेकर पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र, परिजनों को तत्काल 50-50 लाख रूपए की आर्थिक सहायता तथा परिवार के एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने व बल्गरों को नियन्त्रित करवाए जाने की मांग

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बारां (फ़िरोज़ खान)- बारां गत 2 जुलाई को तहसील छबडा के ग्राम भीलवाडा नीचा निवासी दो युवकों के बल्गर की टक्कर उपरान्त उसके नीचे दबकर दर्दनाक मौत हो जाने पर पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया ने मृतकों के परिजनों को तत्काल 50-50 लाख रूपए की आर्थिक सहायता एवं एक-एक परिजन को सरकारी नौकरी दिए जाने व अनियन्त्रित रूप से चल रहे राख के बल्गरों को नियन्त्रित करवाए जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखा है।कांग्रेस जिला संगठन महामंत्री कैलाश जैन ने बताया कि 02 जुलाई 2025 को बारां जिले की तहसील छबड़ा के ग्राम भीलवाड़ा नीचा निवासी मीणा समाज के 2 युवक मुकेश मीणा व सूरज मीणा तीये की बैठक के कार्यक्रम में शामिल होने के उपरान्त बाईक पर सवार होकर वापस अपने गांव की और लौट रहे थे। इस दौरान बारिश होने से वे रोड़ पर ग्राम रीछडा व ग्राम खोपर के बीच सड़क पर खड़े हो गए। तभी छबड़ा की तरफ से थर्मल प्लाण्ट की राख भरकर आए तेज रफ्तार बल्गर ने राॅन्ग साइड में आकर उन्हें टक्कर मार दी और जिसके फलस्वरूप दोनों युवक सड़क के नीचे खेत में गिरकर बल्गर के नीचे दब गए और मौके पर ही दोनों युवकों की दर्दनाक मौत हो गई थी। भाया ने पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि बारां जिले में थर्मल पावर प्लान्ट छबड़ा से भारी मात्रा में राख निकलती है जिसे बल्गर, ट्रोलों के माध्यम से बारां जिले से अन्यत्र जिलों में ले जाया जाता है, इसके लिए सैकड़ों बल्गर व ट्रोलें रात-दिन इस राख को भरने के काम में लगे हुए है। यह वाहन चालक यातायात नियमों की धज्जियां उडाते हुए नशे में ओवरलोडेड बल्गर वाहनों को लापरवाही पूर्वक तेज गति से चलाते है जिसके कारण पहले भी कई घटनाएं घटित हो चुकी है और इसके कारण क्षेत्रवासियों में काफी रोश व्याप्त है। भाया ने थर्मल प्लाण्ट छबडा में राख लेने आने वाले वाहनों के छबडा में रात्रि के समय ही प्रवेष करने एवं सुबह के समय ही निकलने का एक निष्चित समय निर्धारित करवाए तथा वाहन चालक यातायात नियमों का पूर्ण पालन करवाने एवं तेज गति से, शराब आदि नशे का सेवन करते हुए लापरवाही पूर्वक वाहन नही चलाने और वाहन ओवरलोडिंग भी नही चले क्योंकि इसके कारण भी वाहनों का संतुलन बिगड़ जाता है। इन सभी चीजों की पालना के लिए समय-समय पर इनके चालान आदि बनाने की कार्यवाही करवाने की भी मांग की गई।भाया ने कहा कि थर्मल पावर प्लाण्ट छबडा एक राजकीय उपक्रम है एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठान है जो कि उत्पादित विद्युत को बेचने के अलावा राख आदि जो विद्युत उत्पादन के समय वेस्ट प्रोडक्ट के रूप में प्राप्त होती है उसका भी बेचान करते हैं। इन सभी गतिविधियों से सरकार को काफी आय होती है, जब सरकारी उपक्रम व्यसायिक गतिविधियां कर, आय अर्जित कर रहा है तो उसकी गतिविधियों के कारण यदि निरीह लोगों की जान जाती है तो उनके परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी भी नैतिक रूप से उस प्रतिष्ठान की ही बनती है। चूंकि छबडा थर्मल पावर प्लाण्ट एक सरकारी उपक्रम है। अतः उपक्रम प्रबन्धन के अतिरिक्त यह नैतिक जिम्मेदारी राज्य सरकार की भी है। भाया ने बल्गर के नीचे दब कर दर्दनाक हादसे में जान गंवाने वाले मीणा समाज के दोनों युवक श्री मुकेष मीणा एवं श्री सूरज मीणा के परिजनों को तत्काल 50-50 लाख रूपए की आर्थिक सहायता तथा दोनों युवकों के एक-एक परिजन को सरकारी नौकरी उपलब्ध करवाए जाने की मांग की है। साथ ही साथ इन बल्गरों को जो दुर्घटना का पर्याय बनते जा रहे है, इन्हें नियन्त्रित करने की व्यवस्था करवाए जाने की मांग की गई है ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके।

Reporter Rakesh Tanwar