अलवर (नागपाल शर्मा) – अलवर शहर में बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक नई सुविधा की शुरुआत हो गई है। बिजली विभाग ने घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू कर दिया है, जिसका मुख्य उद्देश्य कार्यप्रणाली को आधुनिक बनाना और उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा देना है। अब तक 2700 घरों में ये स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, और कुल 1.94 लाख उपभोक्ताओं के घरों पर इन्हें चरणबद्ध तरीके से स्थापित किया जाएगा।
शुरुआती चरण में, इन मीटरों को अलवर के ए-०5 और ए-०3 सब-डिवीजनों में लगाया जा रहा है। यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि ये स्मार्ट मीटर फिलहाल पोस्टपेड ही रहेंगे, यानी बिजली का बिल पहले की तरह ही आएगा और भुगतान की मौजूदा प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं होगा।
इन स्मार्ट मीटरों से बिजली विभाग और उपभोक्ताओं, दोनों को कई महत्वपूर्ण फायदे मिलेंगे:
स्वचालित रीडिंग: बिजली की रीडिंग लेने का काम पूरी तरह से स्वचालित हो जाएगा, जिससे मैन्युअल हस्तक्षेप की आवश्यकता खत्म हो जाएगी। यह प्रक्रिया को अधिक सटीक और कुशल बनाएगा।
उपभोक्ता सुविधा: उपभोक्ताओं को अपनी बिजली खपत से संबंधित सभी डेटा एक ऐप के माध्यम से उपलब्ध होगा। इससे वे अपनी खपत को बेहतर ढंग से ट्रैक और प्रबंधित कर सकेंगे।
बिजली चोरी पर लगाम: ये मीटर बिजली चोरी का पता लगाने में भी सहायक होंगे, जिससे बिजली विभाग को होने वाले नुकसान को कम किया जा सकेगा।
त्रुटिरहित बिल: स्वचालित बिल गणना से बिलिंग में त्रुटियों की संभावना भी कम होगी।
अलवर के एक्सईएन, महेश देशवाल ने बताया कि निगम द्वारा प्रत्येक घर में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे, जिसका मुख्य लक्ष्य बिजली प्रबंधन प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाना है।