दैनिक खबर शेखावाटी न्यूज़ जयराम सैनी डीग – 19 मार्च। राज्य सरकार द्वारा प्रस्तुत वर्ष 2025-26 का बजट ‘आपणों अग्रणी राजस्थान’ के संकल्प को साकार करने वाला है। समाज के हर वर्ग के कल्याण को ध्यान में रखते हुए बजट में सहकारिता सेक्टर को मजबूत बनाने के लिए कई उल्लेखनीय घोषणाएं की गई हैं।
किसानों को मिलेगा आर्थिक संबल
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की किसान हितैषी नीतियों के तहत मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में अब किसानों को 2000 रुपये की जगह 3000 रुपये की अतिरिक्त राशि दी जाएगी। साथ ही, गेहूं खरीद पर बोनस बढ़ाकर 150 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
इसके अलावा, फसली ऋण का दायरा बढ़ाते हुए अगले वर्ष में 35 लाख से अधिक किसानों को 25,000 करोड़ रुपये का अल्पकालीन ब्याज मुक्त फसली ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा। इस योजना के तहत सरकार 768 करोड़ रुपये का ब्याज अनुदान वहन करेगी।
पशुपालकों को मिलेगा लाभ
राजस्थान सरकार ने सहकारी गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना का विस्तार करते हुए 2.50 लाख अतिरिक्त गोपालक परिवारों को ब्याज मुक्त ऋण देने की घोषणा की है। इसके अलावा, दीर्घकालीन सहकारी कृषि एवं अकृषि सेक्टर के लिए 400 करोड़ रुपये के ऋण पर 5 प्रतिशत ब्याज अनुदान भी दिया जाएगा।
गांव-गांव तक सहकारिता का विस्तार
राज्य सरकार ने आगामी दो वर्षों में शेष 2,500 ग्राम पंचायतों में ग्राम सेवा सहकारी समितियां स्थापित करने का निर्णय लिया है। साथ ही, नवीन 8 जिलों में क्रय-विक्रय सहकारी संघों की स्थापना भी की जाएगी। इससे ग्रामीण स्तर पर सहकारिता का नेटवर्क मजबूत होगा और किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।
पिछले वर्ष की उपलब्धियां
सरकार की योजनाओं के तहत वर्ष 2024-25 में मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत 70.21 लाख किसानों के खातों में 1,355 करोड़ रुपये की राशि हस्तांतरित की गई। वहीं, 4 मार्च तक 30.43 लाख किसानों को 21,043 करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त अल्पकालीन फसली ऋण वितरित किया जा चुका है। इसके अलावा, 95 हजार से अधिक नए किसानों को ऋण वितरित किया गया है।
राजस्थान सहकारी गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के तहत अब तक 28 हजार से अधिक गोपालक परिवारों को एक लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण दिया गया है।
सरकार की इन घोषणाओं से किसानों, पशुपालकों और सहकारी संस्थानों को सीधा लाभ मिलेगा, जिससे राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों का आर्थिक विकास तेजी से होगा।